व्यवहार लचीला होगा, बल्कि डर, ईर्ष्या और नफ़रत जैसे नकारात्मक मनोभावों में भी कमी आएगी। आपके घर से जुड़ा निवेश फ़ायदेमंद रहेगा। पारिवारिक तनावों को अपना ध्यान भंग न करने दें। ख़राब दौर हमें बहुत-कुछ देता है। ज़िन्दगी की हक़ीक़त का सामना करने के लिए आपको अपने प्रिय को कम-से-कम कुछ वक़्त के लिए भूलना पड़ेगा। किसी लघु या मध्यावधि पाठ्यक्रम में दाखिला लेकर अपनी तकनीकी क्षमताओं में निखार लाएँ। इस राशि के उम्रदराज जातक आज के दिन अपने पूराने मित्रों से खाली समय में मिलने जा सकते हैं।
ये सप्ताह हालांकि हल्की फुल्की समस्याएं तो आती-जाती रहेंगी, लेकिन आप किसी बड़ी बीमारी का शिकार नहीं बनेंगे और शारीरिक रूप से भी आप पहले से अधिक सेहतमंद रहेंगे। आपकी चंद्र राशि से बृहस्पंति के आठवें भाव में उपस्थित होने पर इस सप्ताह अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर धन प्राप्त करना चाहते हैं तो, आपके लिए सफलता का मंत्र यह है कि उन लोगों की सलाह पर ही आपको अपने पैसे लगाने चाहिए, जो मौलिक सोच रखते हों और आपसे ज्यादा अनुभवी भी हों। तभी आप अपने धन को सुरक्षित करते हुए, मुनाफ़ा अर्जित कर सकेंगे। यदि इस सप्ताह आप घर के लोगों पर अपने फ़ैसले थोपने की कोशिश करेंगे, तो आप ऐसा करके अपने हितों को ही नुक़सान पहुँचाएंगे। इसलिए हर स्थिति में धैर्य से काम लेते हुए, उसका समाधान खोजने का प्रयास करें। ये सप्ताह किसी भी नए काम की शुरुआत या कहीं पर निवेश करने के लिए उपयुक्त व बेहतर योग दर्शा रहा है। ऐसे में अगर आप इस दौरान निवेश या नया काम शुरू करते हैं तो आपको अच्छा लाभ होना संभव है।
उपाय: नियमित रूप से 11 बार 'ॐ नरसिम्हा नम:' मंत्र का जाप करें।
यह महीना आपको काफी हद तक अनुकूल परिणाम दे सकता है। ये परिणाम औसत बेहतर रहने की अच्छी संभावना है। थोड़े से प्रयास और कर्म करके आप बेहतर परिणाम प्राप्त भी कर सकेंगे। सूर्य का गोचर महीने के पहले हिस्से में आपके लिए अनुकूल रहेगा लेकिन दूसरे हिस्से में कमजोर रह सकता है। मंगल का गोचर आपको एवरेज लेवल के परिणाम दे सकता है। वहीं बुध का गोचर महीने के ज्यादातर समय आपके लिए अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। बृहस्पति का गोचर महीने के पहले हिस्से में अनुकूल तो वहीं महीने के दूसरे हिस्से में कमजोर परिणाम दे सकता है। शुक्र का गोचर इस महीने आपके लिए पूरी तरह से अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। शनि का गोचर इस महीने कुछ हद तक कमजोर परिणाम दे सकता है। राहु का गोचर इस महीने अनुकूल परिणाम देने में असमर्थ रहेगा जबकि केतु का गोचर महीने के पहले हिस्से में अनुकूल, तो वहीं महीने के दूसरे हिस्से में मिले-जुले परिणाम दे सकता है। ऐसे में इस महीने ग्रह गोचर के द्वारा आपको एवरेज परिणाम मिलने की उम्मीद है। कर्म के माध्यम से आप इन परिणामों को बेहतर लेवल तक भी ले जा सकेंगे। मई के महीने के लिए यदि आपके प्रेम संबंध की बात की जाय तो इस महीने आपके पंचम भाव के स्वामी बृहस्पति की स्थिति महीने के पहले हिस्से में काफी अच्छी है। प्रेम के कारक ग्रह शुक्र भी आपके पंचम भाव में उच्च अवस्था में रहेंगे। ये दो स्थितियां काफी अनुकूल कही जाएंगी। हालांकि पंचम भाव में शनि का प्रभाव अच्छा नहीं कहा जाएगा। साथ ही साथ महीने के पहले हिस्से में राहु केतु का प्रभाव भी अच्छा नहीं है लेकिन दो महत्वपूर्ण ग्रहों की स्थितियां आपकी लव लाइफ में अच्छी खासी अनुकूलता देने का संकेत कर रही है। ऐसे में हम सभी ग्रहों के प्रभावों को मिलाकर देखें तो आप लव लाइफ में एवरेज से बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। विशेषकर महीने के पहले हिस्से में परिणाम काफी अनुकूल रहेंगे। महीने का दूसरा हिस्सा तुलनात्मक रूप से कमजोर परिणाम दे सकता है। उस समय अवधि में संबंधों में मर्यादा का पालन जरूरी रहेगा। विवाह आदि से संबंधित बातों को आगे बढ़ाने के लिए महीने का पहला हिस्सा अनुकूल कहा जाएगा। वहीं वैवाहिक जीवन यानी कि दाम्पत्य सुख की बात करें तो इस मामले में इस महीने सामान्य तौर पर मिले-जुले या एवरेज लेवल के परिणाम मिल सकते हैं। आपके सप्तम भाव का स्वामी इस पूरे महीने उच्च अवस्था में पंचम भाव में रहेगा, यह अनुकूल स्थिति है। महीने के पहले हिस्से में बृहस्पति का गोचर भी सप्तम भाव में रहेगा, यह भी अनुकूल स्थिति कही जाएगी लेकिन महीने के दूसरे हिस्से में बृहस्पति का गोचर कमजोर हो जाएगा। साथ ही साथ सूर्य का गोचर सप्तम भाव में रहेगा और शनि की दृष्टि भी सप्तम भाव पर बनी रहेगी। ये स्थितियां इस बात का संकेत कर रही है कि महीने के दूसरे हिस्से में वैवाहिक जीवन में कुछ परेशानियां देखने को मिल सकती है। अर्थात वैवाहिक मामलों के लिए मई का महीना मिले-जुले या एवरेज परिणाम दे सकता है, जिसमें से महीने का दूसरा हिस्सा कमजोर तो पहला हिस्सा काफी अच्छे परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है।
सलाह: स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से मई का महीना आपको औसत या औसत से थोड़े से कमजोर परिणाम भी दे सकता है। मंगल के नीच के होने के कारण चोट इत्यादि लगने का भय भी रह सकता है। ऐसे में यदि वाहन इत्यादि स्वयं चलते हैं तो सावधानी पूर्वक निर्वाह करना जरूरी रहेगा। हालांकि इन सबके बीच महीने का पहला हिस्सा अनुकूलता देने का वादा कर रहा है।