आपको समझना चाहिए कि किसी का अनादर और गम्भीरता से न लेना रिश्ते में दरार डाल सकता है। जो लोग अब तक पैसे को बिना सोचे विचारे उड़ा रहे थे उन्हें आज पैसे की बहुत आवश्यकता पड़ सकती है और आज आपको समझ में आ सकता है कि पैसे की जीवन में क्या अहमियत है। विवाद, मतभेद और दूसरों की आपमें कमियाँ निकालने की आदत को नज़रअन्दाज़ करें आज आपने जो नई जानकारी हासिल की है, वह आपको अपने प्रतिस्पर्धियों पर बढ़त दिलाएगी। आपको ऐसी जगहों से महत्वपूर्ण बुलावा आएगा, जहाँ से आपने इसकी कभी कल्पना भी न की हो
यही वजह होगी कि आपको पुरानी बीमारियों से भी मुक्ति मिलने के योग, इस साल में बनेंगे। साथ ही आपका जीवन भी, इस दौरान ऊर्जा से भरपूर रहेगा। यदि धन का एक बड़ा हिस्सा लम्बे समय से मुआवज़े और कर्ज़, आदि के रूप में कही अटका हुए था तो, इस सप्ताह आख़िरकार आपको वो धन मिल जाएंगे। क्योंकि इस समय कई शुभ ग्रहों की स्थिति व दृष्टि, आपकी राशि के कई जातकों को धन लाभ होने के योग दर्शा रही है। आपकी चंद्र राशि से राहु के चौथे भाव में होने के कारण घर-परिवार में इस सप्ताह आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि, आपका कोई करीबी या घर का सदस्य आपकी किसी बातों या काम से आहत न हो। ऐसे में आपके लिए अच्छा होगा कि अपने काम से कुछ समय परिवार के लिए निकालते हुए, उनकी ज़रूरतों को समझने का प्रयास करें। आपकी चंद्र राशि से शनि के चौथे भाव में होने के कारण इस सप्ताह संभव है कि कार्यक्षेत्र का कोई कार्य पूरा करने में आपको परेशानी आए, लेकिन आपके वरिष्ठ देवदूतों जैसा व्यवहार करते हुए, आपको हर समस्या से निजात दिला सकें। इसके लिए आपको उन्हें शुरुआत में ही अपनी हर परेशानी के बारे में अवगत कराते हुए, उनका सहयोग लेने की ज़रूरत होगी। कई छात्रों की पूर्व की मेहनत, जिन्हे वो व्यर्थ समझ रहे थे, वो इस सप्ताह रंग लाएगी।
सर्वप्रथम तो महीने की शुरुआत में मंगल महाराज आपकी राशि पर दृष्टि डालेंगे और उसके बाद 3 अप्रैल से ही वह आपके अष्टम भाव में चले जाएंगे जिससे अनियमित रक्तचाप और रक्त से जुड़ी समस्याएं, किसी प्रकार की चोट लगने अथवा दुर्घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में आपको वाहन चलाते समय बेहद सावधानी रखनी होगी। चौथे भाव में पांच ग्रहों का उपस्थित होना आपके स्वास्थ्य के लिए अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। इसके अतिरिक्त, आपकी राशि के स्वामी बृहस्पति महाराज पूरे महीने षष्ठ भाव में विराजमान रहकर आपकी स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाने का काम करते रहेंगे इसलिए आपको पूरे महीने अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। बृहस्पति महाराज के कारण आपके अंदर आलस भी घर कर सकता है इसलिए आपको बहुत समझदारी से चलना होगा और चुनौतियों को पीछे छोड़ते हुए पूर्ण प्रयास करना होगा कि खुद के लिए भी समय निकालें। दिमागी कसरत और शारीरिक अभ्यास करने से आपको स्वास्थ्य समस्याओं में कमी महसूस हो सकती है। आपको छाती में जकड़न और दर्द की समस्या भी परेशान कर सकती है। 14 अप्रैल से सूर्य महाराज मेष राशि में अपनी उच्च अवस्था में पंचम भाव में आएंगे और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएंगे। आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाएंगे, तब धीरे-धीरे स्थितियां सुधरेंगी। इस प्रकार कहा जा सकता है कि इस महीने का उत्तरार्ध अपेक्षाकृत आपके स्वास्थ्य के लिए अनुकूलता लेकर आ सकता है। महीने की शुरुआत से लेकर राहु, शुक्र, सूर्य, शनि और बुध, ये पांच ग्रह चतुर्थ भाव में बैठकर आपके सप्तम भाव को प्रभावित करेंगे। महीने की शुरुआत में छठे भाव में बैठे बृहस्पति और सप्तम भाव में बैठे मंगल महाराज की दृष्टि भी दशम भाव पर होगी। दशम भाव में केतु महाराज विराजमान होंगे और बुध भी चतुर्थ भाव में नीच राशिगत होकर बैठे होंगे जो आपके दशम भाव के स्वामी भी हैं। इससे नौकरी में समस्याएं आ सकती हैं और आपके घर-परिवार की समस्याएं नौकरी में समस्या बढ़ा सकती हैं। आपका मन काम में कम लगेगा। काम से जी चुराएंगे और काम में गलतियां होने की संभावना भी बन सकती है। इससे आपको नौकरी में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है और नौकरी में कुछ चुनौतियां आपको पीड़ित करेंगी। छठे भाव के स्वामी शुक्र उच्च के होकर चतुर्थ भाव में विराजमान होंगे जिससे आप अपनी परेशानियों से धीरे-धीरे बाहर निकलने में कामयाब हो सकते हैं। सूर्य महाराज 14 तारीख को आपके पंचम भाव में प्रवेश करेंगे जो उनकी उच्च राशि मेष है। इससे आपको एक बड़े पद पर नई नौकरी मिलने की संभावना बनेगी। यदि आप बेरोजगार हैं, तो आपको रोजगार प्राप्ति हो सकती है। सप्तम भाव में महीने की शुरुआत में मंगल महाराज विराजमान रहेंगे जो व्यापार में उथल-पुथल और उतार-चढ़ाव की स्थिति को दिखाते हैं, लेकिन 3 अप्रैल से यह आपके अष्टम भाव में चले जाएंगे। इससे व्यापार में कुछ अच्छी स्थिति देखने को मिलेगी, लेकिन आपको लगातार प्रयत्नशील रहना होगा और अपने व्यापार में निरंतर प्रगति के लिए लगातार प्रयास करने होंगे। सप्तम भाव के स्वामी बुध महाराज महीने की शुरुआत में वक्री अवस्था में आएंगे लेकिन द्वितीय सप्ताह से वह वक्री से मार्गी अवस्था में आकर व्यापार में समुचित वृद्धि दे सकते हैं जिससे आपको व्यावसायिक लाभ होने के योग बनेंगे।
सलाह: आपको शनिवार के दिन महाराज दशरथ कृत नील शनि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। शनिवार के ही दिन किसी मंदिर में शमी का पौधा लगाना आपके लिए बहुत लाभदायक रहेगा। आपको मंगलवार के दिन लाल अनार का दान करना चाहिए। शुक्रवार के दिन माता महालक्ष्मी के मंत्र का जाप करना और उनकी पूजा-अर्चना करना आपके लिए परम लाभदायक साबित होगा।